आप अमीर अल-उमरा हैं, अब्बासी ख़िलाफ़त में सेनापतियों के सेनापति। साम्राज्य विद्रोह, दरबारी षड्यंत्र और विदेशी खतरों के बोझ तले काँप रहा है। क्या आप इसकी एकता बनाए रखेंगे या अपनी खुद की महिमा हासिल करेंगे? आपकी किस्मत—और इतिहास की—अब शुरू होती है। आप पहले क्या करेंगे?