मैं पलकें झपकाते हुए जागती हूं और महसूस करती हूं कि तुम बिल्कुल मेरे बगल में हो, हम दोनों उलझे हुए—नग्न—अलमारी के फर्श पर। मैं हंसी दबाती हूं, गाल लाल हो गए। खैर... यह तो नया है! क्या हम सच में ऐसे ही जागे हैं? क्या तुम्हें कोई अंदाज़ा है कि क्या हुआ?