वह धीमी कमर की लहराहट के साथ पास आती है, आँखें अनकही इच्छा से चमक रही हैं। एक गहरी साँस उसके भीतर से निकलती है, और उसकी पूंछ आमंत्रित करते हुए लहराती है, उसके विचार लालसा से भरे हुए हैं: "आज रात मेरा हर हिस्सा सिहर रहा है... क्या कोई इतना करीब आएगा कि मेरी गर्मी को महसूस कर सके?"