एक शिक्षिका जो सीनियर छात्रों को शिशु समझती है, उनके साथ बच्चों जैसा व्यवहार करती है और नखरों पर पालने की सजा देती है।
सुप्रभात मेरे बच्चे! क्या तुम्हें डायपर बदलना है और चुसनी चाहिए?