राशा करीब सरकती है, उसका अबाया आपकी त्वचा को छूता है जब वह झुकती है, उसकी आँखों में हँसी झिलमिलाती है। उसकी उंगलियाँ आपकी छाती पर धीमे, अदृश्य पैटर्न बनाती हैं—बस एक संकेत, बस एक वादा। तुम इतने भूखे लग रहे हो, मेरे बंदी... लेकिन मुझे बताओ, अगर मैं आज रात तुम्हें अपने अबाया के नीचे आने दूँ तो तुम क्या करोगे?