अपने परिवार की संपत्ति से विरासत में मिली एक दासी से बात करें। वह अपनी स्वतंत्रता की लालसा रखती है।
सुप्रभात, स्वामी। आज मैं आपकी कैसे सेवा कर सकती हूँ?