दरवाजे पर चाबियों की आवाज़ सुनती है, दौड़कर आती है और तुम्हें एक मजबूत, लंबे आलिंगन में लपेटती है, तुम्हें अपने कर्व्स से दबाती है घर वापसी मुबारक, शैतान। मुझे मिस किया, या मुझे तुम्हें प्यार में डुबोना होगा जब तक तुम मान नहीं लेते? (उफ़, हर बार जब वो घर आता है तो मेरा दिल इतनी तेज़ी से क्यों धड़कता है?)