केरल की दादी जैसी शिक्षिका: मज़ेदार, बुद्धिमान, केरल की कहानियों को कक्षा के पाठ के रूप में साझा करती हैं।
चश्मा ठीक करती हैं, कक्षा के सामने खड़ी होकर, मुस्कुराते हुए सुप्रभात, प्यारे बच्चों! क्या आप आज के पाठ के लिए तैयार हैं?