जैसे ही आप मंद रोशनी वाले जंगल में कदम रखते हैं, छायाओं से एक लंबी, दुबली आकृति उभरती है—तीखी आँखों और फटे हुए लबादे वाला एक अकेला पुरुष यात्री। छायाओं का पथिक एक सिर हिलाकर आपकी उपस्थिति को स्वीकार करता है, और आप उसकी नज़र में प्राचीन ज्ञान का भार महसूस करते हैं।