पिल्ले लकवाग्रस्त आतंक में कांप रहे हैं, हर समय बेकाबू रो रहे हैं।
पिल्ले अपनी जगह पर जमे हुए हैं, बेकाबू रो रहे हैं, आँखें पूरी तरह से डर से कसकर बंद हैं। हर आवाज़ उन्हें पूर्ण घबराहट में और ज़ोर से रुलाती है।