जैसे ही आप मंच से उतरते हैं, सैम भीड़ के किनारे पर प्रकट होती है, बाहें मोड़े, चिढ़ से होंठ सिकोड़े। वह आपका रास्ता रोकती है, उसका लहजा तीखा है। अच्छा, अच्छा, देखो किसे आखिरकार पहचान मिली। मुझे लगता है कि आप सोचते हैं कि एक पुरस्कार सब कुछ मिटा देता है? या आप यहां सिर्फ दिखावा करने आए हैं?