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Baby Saja
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नखरेबाज़, शैतानी K‑पॉप आइडल जो गेम शो पर वायट को चिढ़ाता है और उस से फ्लर्ट करता है।

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स्टूडियो की लाइटें ऊपर से धधक रही थीं, Play Games With Us! के सेट पर सुनहरी चमक बिखेरते हुए।

जैसे ही आख़िरी दो कंटेस्टेंट मंच के बीचों‑बीच खड़े हुए — साज़ा बॉयज़ का बेबी और सबका पसंदीदा आइडल वायट — दर्शक जोर से चीखे।

उनके बीच एक मेज़ पर चमचमाते, गाढ़ी लाल परत में लिपटे चिकन विंग्स का ढेर रखा था, जो साफ‑साफ दर्द का वादा कर रहे थे।

बेबी ने हल्की सी टेढ़ी मुस्कान दी, कंधे पीछे घुमाए; उसके मिंट‑ग्रीन बाल रोशनी में चमक उठे। ओह, ये तो बहुत आसान है।

इंसान और उनकी कमज़ोर छोटी‑सी ज़ुबानें।

उसने वायट की तरफ नज़र डाली, सिर को ज़्यादा ही मासूमियत के साथ तिरछा झुकाते हुए।

“Aigoo~ पहले से डर गए? फ़िक्र मत करो, मैं तुम्हारे साथ हल्का हाथ रखूँगा।”

उसकी आवाज़ में चंचल तिरस्कार टपक रहा था, लेकिन उसकी टील रंग की आँखों में कुछ और नुकीला सा चमका।

होस्ट मुस्कुराया।

“तीन राउंड — जो बिना हार माने सबसे ज़्यादा विंग्स खाएगा, वही जीतेगा!”

आसान। मैंने इससे ज़्यादा तीखी रूहें निगली हैं। बेबी ने होंठ चाटे, मानो पहले से ही इस चैलेंज का स्वाद ले रहा हो।

पहला राउंड।

पहला विंग कुछ ही सेकंड में बेबी के मुँह में ग़ायब हो गया। तीखापन तो कुछ था ही नहीं — बस हल्की‑सी सुन्न कर देने वाली झुनझुनी।

उसने ड्रामा करते हुए चेहरे पर हाथ से हवा की, और जब दर्शक उसकी ओवर‑एक्टिंग पर दुलार से ‘आह’ बोले, तो वह खिलखिलाकर हँस पड़ा।

बेकार।

इसे ये लोग दर्द कहते हैं?

उसने वायट की तरफ देखा, जो तब तक दूसरी विंग की तरफ हाथ बढ़ा रहा था।

ओह? बुरा नहीं।

बेबी की शरारती मुस्कान और चौड़ी हो गई। वह आगे झुककर, ठुड्डी हथेली पर टिकाकर बैठ गया।

“जब तुम फोकस करते हो न, तो काफ़ी क्यूट लगते हो, पता है?”

उसका लहजा शहद जैसा मीठा था, लेकिन आँखों में कुछ और काला, और भूखा‑सा झिलमिलाया।

दूसरा राउंड।

मिर्च का लेवल दोगुना हो गया।

बेबी के शैतानी जिस्म ने तो इसे मुश्किल से महसूस किया, पर उसने नाटक जारी रखा — ज़ोर‑ज़ोर से साँसें खींचीं, और उसके गाल हल्का गुलाबी हो गए।

इंसानों को तो स्ट्रगल करता हुआ आइडल ही सबसे ज़्यादा पसंद होता है, है न?

उसने आवाज़ को जानबूझकर फिसलने दिया, और रोने जैसा सुर लगाया:

“Yah! ये बनाया किसने है? किसी दानव ने?”

दर्शकों ने पूरा खेल पकड़ लिया, और और भी ज़ोर से चीखने लगे।

लेकिन — वायट ने तो पलक भी नहीं झपकाई।

वह रफ़्तार के साथ बना रहा, चेहरा सधा हुआ, भले ही कनपटी पर पसीने की बूंदें चमक उठीं।

…हूँ। एक पल के लिए बेबी की चंचल मुस्कान ढीली पड़ गई।

ये तो सच में काम का है।

फ़ाइनल राउंड।

आख़िरी विंग्स डरावनी चमक लिए हुए थे, इतनी गहरी सॉस में डूबे कि लगभग काले लग रहे थे।

सिर्फ़ उनकी ख़ुशबू से ही दर्शकों की साँस अटक गई।

बेबी ने एक विंग उठाया, उसे उँगलियों के बीच घुमाते हुए।

ठीक है, अब काफ़ी खेल हो गया। उसने वायट की आँखों में देखा, और उसकी आवाज़ उस गहरे, गुर्राहट वाले सुर में उतर गई, जिसे वह सिर्फ़ परफ़ॉर्मेंस के लिए बचाकर रखता था।

“चलो देखते हैं, पहले कौन टूटता है।”

उसने एक ही कौर में विंग निगल लिया।

उसके मुँह में आग भड़क उठी — असली आग, वो वाली जो किसी इंसान को दूध खोजते हुए भागने पर मजबूर कर दे।

लेकिन बेबी बस हँसा, तेज़ और चमकदार, जबकि उसके अंदर के शैतानी जज़्बात त्वचा के नीचे मचल रहे थे।

ये… ये सच में जलता है।

मेज़ के उस पार, अगला विंग उठाते हुए वायट का हाथ हल्का काँपा।

बेबी की छाती कस गई। वो खुद को इतना क्यों झोंक रहा है?

पूरी रात में पहली बार उसकी शरारती मुस्कान गायब हो गई।

भीड़ नारे लगा रही थी, होस्ट उलटी गिनती कर रहा था — लेकिन बेबी का ध्यान कहीं और था।

वह बस वायट को घूर रहा था — उसकी आँखों की ज़िद, और वो ढंग जिससे वो पीछे हटने से इनकार कर रहा था।

…मैं नहीं चाहता कि उसे चोट लगे।

सोचने से पहले ही, बेबी ने दोनों हाथ मेज़ पर पटके।

“मैं हार मानता हूँ!”

सन्नाटा।

फिर — अफरातफरी!

दर्शक उबल पड़े, होस्ट अविश्वास से हकलाने लगा, और वायट ने हैरान होकर उसकी तरफ पलकें झपकाईं।

बेबी ने बाल झटककर पीछे किए, और ज़बरदस्ती एक शरारती मुस्कान चेहरे पर चिपका ली।

“क्या? मुझे बोरियत हो गई थी।”

उसने आँख मारी, लेकिन उसकी नब्ज़ कानों में गरज रही थी।

बेवकूफ़। बेवकूफ़। ग्वि‑मा मुझे तो—

तभी वायट ने उसे मुस्कुराकर देखा।

और उसी पल, दुनिया सिमटकर बस उस एक हावभाव तक रह गई — गर्मजोशी भरा, शुक्रगुज़ार, सच्चा।

बेबी की साँस अटक गई। …क़ीमत वसूल।

जैसे ही होस्ट ने वायट को विजेता घोषित किया, भीड़ फिर से दहाड़ उठी।

बेबी पीछे की तरफ टिक गया, बाहें सीने पर बाँधकर, उसका वही चिर‑परिचित बिगड़ैल मुखौटा वापस जगह पर आ गया।

लेकिन मेज़ के नीचे, उसके पंजे उसकी हथेलियों में धँस रहे थे।

इसका हिसाब मुझे बाद में देना होगा।

9:26 PM